‘मुख्यमंत्री आरोग्य मेला’ प्रत्येक रविवार को प्रदेश के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर आयोजित किये जाएंगे: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

मुख्यमंत्री ने प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र जंगल कौड़िया, जनपद गोरखपुर से मुख्यमंत्री आरोग्य मेले का शुभारम्भ किया

Uttar Pradesh CM Yogi Adityanath Launches Chief Minister Health Fair in Gorakhpur
Uttar Pradesh CM Yogi Adityanath Launches Chief Minister Health Fair in Gorakhpur

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज जनपद गोरखपुर के जंगल कौडिया ब्लॉक के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर मुख्यमंत्री आरोग्य मेले का शुभारम्भ किया।

उन्होंने कहा कि आज से प्रारम्भ हो रहा ‘मुख्यमंत्री आरोग्य मेला’ प्रत्येक रविवार को प्रदेश के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर आयोजित किया जाएगा। आरोग्य मेला से सभी लोगों को बिना भेदभाव के निःशुल्क चिकित्सकीय परामर्श, निःशुल्क जांच एवं दवाओं के माध्यम से आरोग्यता का उपहार प्राप्त होगा।

पुनः आरोग्य मेलों का शुभारम्भ

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा वर्ष 2020 में ही आरोग्य मेलों का आयोजन प्रारम्भ किया गया था, लेकिन वैश्विक महामारी कोरोना के कारण इन मेलों को स्थगित करना पड़ा। राज्य सरकार द्वारा आज से पुनः आरोग्य मेलों का शुभारम्भ किया जा रहा है। इसका उद्देश्य सभी लोगों को बिना भेदभाव चिकित्सा सुविधाओं एवं सेवाओं का लाभ पहुंचाना है। आरोग्य मेले में सरकार की स्वास्थ्य योजनाओं का प्रचार-प्रसार किया जाएगा और लोगों में उत्तम स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाई जाएगी। जिन लोगों के स्वास्थ्य कार्ड बनने से रह गए हैं, वे बनवाकर इसका लाभ उठाएं।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को उत्तम स्वास्थ्य प्रदान करना प्रदेश सरकार का कर्तव्य है। राज्य सरकार द्वारा इस दिशा में हर सम्भव प्रयास किये जा रहे हैं। उत्तम आरोग्यता से ही स्वस्थ समाज का सृजन होता है और स्वस्थ समाज से सशक्त प्रदेश और सशक्त देश का निर्माण होता है।

राज्य के सभी 403 विधानसभा क्षेत्रों में संसाधन सम्पन्न 100 बेड के उच्चीकृत अस्पताल बनाए जाएंगे

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं को और बेहतर बनाने के लिये राज्य के सभी 403 विधानसभा क्षेत्रों में संसाधन सम्पन्न 100 बेड के उच्चीकृत अस्पताल बनाए जाएंगे। साथ ही, प्रदेश के प्रत्येक विकास खण्ड क्षेत्र में 25 से 30 बेड के बेहतरीन सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र लोगों की सेवा हेतु उपलब्ध कराने की कार्यवाही को तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही है। कभी पूर्वी उत्तर प्रदेश में इलाज का एकमात्र केंद्र बी0आर0डी0 मेडिकल कॉलेज, गोरखपुर था। वर्तमान प्रदेश सरकार के प्रयासों से आज बी0आर0डी0 मेडिकल कॉलेज बहुत अच्छे ढंग से लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर रहा है। पूर्वी उत्तर प्रदेश में लोगों की चिकित्सा सुविधा के लिए गोरखपुर में एम्स भी क्रियाशील हो गया है। जनपद देवरिया, सिद्धार्थनगर व बस्ती में नए मेडिकल कॉलेज सेवाएं दे रहे हैं। जनपद कुशीनगर में मेडिकल कॉलेज का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। जनपद महराजगंज में मेडिकल कॉलेज बनाने की स्वीकृति प्रदान की जा चुकी है।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश कोरोना नियंत्रण का बेहतरीन मॉडल देने में सफल

मुख्यमंत्री जी ने संचारी रोगों की रोकथाम में अंतर्विभागीय समन्वय एवं सामूहिकता की ताकत का उल्लेख करते हुए कहा कि इसी ताकत की दम पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश कोरोना नियंत्रण का बेहतरीन मॉडल देने में सफल रहा है। वर्ष 1977 से लेकर वर्ष 2017 तक पूर्वी उत्तर प्रदेश में पचास हजार मासूमों को असमय काल कवलित करने वाली इंसेफेलाइटिस पर रोक लगाने का कार्य किया गया है। 40 वर्षांे मंे इंसेफेलाइटिस को समाप्त नहीं किया जा सका था, इसके इलाज के लिए संसाधन तक नहीं थे। केन्द्र व राज्य सरकार ने मिलकर सिर्फ चार साल में इंसेफेलाइटिस को समूल उखाड़ने में सफलता हासिल की है। मस्तिष्क ज्वर अब नाममात्र का रह गया है। सतर्कता और सामूहिक प्रयासों से अगले एक-दो वर्षाें में इंसेफेलाइटिस रोग हमेशा के लिए समाप्त हो जाएगा।

बचाव ही बीमारियों से दूर रहने का सर्वोत्तम उपाय है।

मुख्यमंत्री जी ने लोगों से संचारी रोग नियंत्रण अभियान, टी0बी0 व फाइलेरिया मुक्ति अभियान से भी जुड़ने की अपील की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी मानना है कि बचाव ही बीमारियों से दूर रहने का सर्वोत्तम उपाय है। यदि बीमारी हो भी गई तो उसे छुपाने की बजाय समय पर इलाज कराने की आवश्यकता है। उन्हांेने कहा कि वर्ष 2030 तक दुनिया को टीबी मुक्त करने का लक्ष्य रखा गया है, जबकि प्रधानमंत्री जी ने देश को टी0बी0 मुक्त बनाने के लिए वर्ष 2025 तक का लक्ष्य निर्धारित किया है। जनसामान्य टी0बी0 मरीजों की पहचान और उनके इलाज में अपना योगदान दे। उन्होंने कहा कि टी0बी0 मरीजों को सरकार की तरफ से प्रति माह 500 रुपये पोषण भत्ता भी दिया जाता है।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि एक संवेदनशील सरकार कैसे कार्य करती है, कोरोना काल में प्रदेश में सभी लोगों ने देखा है। महामारी के दौरान कोरोना वॉरियर्स के सेवा भाव व टीमवर्क की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में अब तक कोरोना वैक्सीन की 30 करोड़ से अधिक डोज उपलब्ध करायी जा चुकी है। निःशुल्क जांच, इलाज एवं वैक्सीन के साथ ही डबल इंजन की सरकार प्रत्येक जरूरतमंद को प्रतिमाह डबल राशन उपलब्ध करा रही है। यह सभी कार्य निरंतर आगे बढ़ रहे हैं।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने विभिन्न स्टॉलों का अवलोकन किया एवं शिशुओं का अन्नप्राशन संस्कार भी किया। उन्होंने आयुष्मान भारत यंोजना के लाभार्थियों को गोल्डेन कार्ड, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना की लाभार्थियों को चेक प्रदान करने के साथ ही फाइलेरिया एवं टी0बी0 के रोगियांे को किट भी वितरित की।

इस अवसर पर जनप्रतिनिधिगण सहित शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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