कोरोना आपदा का यह समय हर आदमी के लिए मुश्किलों भरा दौर है. लोग अस्पताल जाने के नाम से ही डर जाते हैं. वहीँ दूसरी तरफ अस्पतालों में कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. इस वजह से कई सामान्य मरीज अपना इलाज टाल रहे हैं. उन्हें लगता है कि जब कोरोना का खतरा टल जाएगा तब अपना इलाज करवाऊंगा. तब तक घर में ही रहना उचित है.
मगर क्या कैंसर जैसी गंभीर बीमारी का इलाज भविष्य के लिए टाला जा सकता है?
जवाब है कि नहीं. जिन लोगों को कैंसर की बीमारी का अभी पता चला है या जिन लोगों का पहले से इलाज चल रहा है वो सामान्य समय आने का इन्तजार नहीं कर सकते. न तो सर्जरी रोका जा सकता है और न ही फॉलो अप इलाज.
केंद्र सरकार और राज्य सरकारों ने सभी अस्पतालों को ये स्पष्ट निर्देश दिया हुआ है कि वो कैंसर और तमाम अन्य गंभीर बीमारिओं का इलाज नहीं रोके. इसलिए ये जरुरी है कि कैंसर के मरीज और उनके रिश्तेदार इलाज के प्रति गंभीर रहें, और अस्पताल जाने से न घबड़ाएं
आज हेल्थ वायर के फेसबुक पेज पर डॉ अविरल जैन शाम पांच बजे लाइव हुए थे और कोरोना के समय कैंसर केयर विषय पर चर्चा की और हमारे दर्शकों के सवालों का जवाब दिया।
डॉ अविरल जैन बॉम्बे हॉस्पिटल, इंदौर में कार्यरत हैं. वो यहाँ GI & Hepato-Pancreatico-Biliary Surgical consultant हैं.
दर्शकों के सवालों का जवाब देते हुए डॉ जैन ने कहा कि कैंसर की बीमारी का पता चलने के बाद किसी भी मरीज का पहला सवाल यही होता है कि बीमारी किस स्टेज में है. जाहिर है कि उन्हें इस बात का डर रहता है की बीमारी फ़ैल न जाए. समय पर इलाज शुरू हो जाए.
इसलिए कोरोना जैसी आपदा के समय में भी कैंसर के इलाज को प्राथमिकता देने की जरुरत है. इसके लिए डॉक्टर, अस्पताल प्रबंधन, कैंसर के मरीज और उनके रिश्तेदारों, सबको सजग होने की जरुरत है.
किसी भी स्थिति में कैंसर के मरीज को ऐसा न लगे की कोरोना की वजह से उनका इलाज टाला जा रहा है. कोरोना आपदा के समय कैंसर केयर में क्या ख़ास सावधानी रखने की जरुरत है जानने के लिए ये वीडियो देखिए.
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