कोरोना-पैंडेमिक : जब जनता ज्ञान की सत्ता में मानवीय मूल्यों का ह्रास देखती है, तब वह षड्यन्त्रों (कॉन्सपिरेसी-सिद्धान्तों) में विश्वास कर बैठती है
डॉक्टर स्कंद शुक्ला विश्व-परम्परा में ज्ञान-सत्ता को सदैव राजसत्ता से ऊपर माना जाता रहा है : संस्कृत-सुभाषित ‘ विद्वत्वंच नृपत्वंच नैव तुल्यं कदाचन ,स्वदेशे पूज्यते राजा विद्वान् सर्वत्र पूज्यते ‘…
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