कोरोना ने एक और डॉक्टर की जान ले ली है। इस बार दिल्ली के अंबेडकर अस्पताल के युवा डॉक्टर की माैत हो गयी है।
मिली जानकारी के अनुसार कोविड संक्रमण से अंबेडकर अस्पताल के 27 वर्षीय डॉक्टर जोगेंद्र की मौत हो गयी है। डॉ जोगेंद्र पिछले एक महीने से कोविड से जूझ रहा था। गरीब परिवार से आने वाले जोगिंदर के इलाज के लिए साथी डॉक्टरों ने 3 लाख रुपये चंदा एकत्र किया था। गरीबी के कारण पिता ने लोन लेकर पढ़ाया और डॉक्टर बनाया। पिछले साल में नवम्बर में ही अस्पताल में काम शुरू किया था। जोगेेंद्र की जल्द सगाई होनी थी।
कोविड की चपेट में आकर मरने वाले डॉक्टरों की तादाद लगातार बढ़ती ही जा रही है। अभी तीन दिन पहले बिहार में कोविड की चपेट में आकर समस्तीपुर जिले के सिविल सर्जन रतिरमण झा की मौत हो गयी थी।
पिछले हफ्ते इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA ) ने बयान जारी कर बताया था कि देश में कोविड-19 से 99 डॉक्टरों की मौत हुई है। इनमें अधिकतर जनरल प्रैक्टिशनर हैं। एसोसिएशन ने डॉक्टरों और मेडिकल एडमिनिस्ट्रेशन के लिए रेड अलर्ट जारी कर उनसे अपनी सुरक्षा बढ़ाने के लिए कहा है।
आइएमए के अनुसार कोविड-19 से कुल 1,302 डॉक्टर संक्रमित हुए जिनमें से 99 की इस बीमारी से मृत्यु हो गई। इनमें से 73 डॉक्टर 50 वर्ष से अधिक आयु, 19 डॉक्टर 35 से 50 वर्ष आयु वर्ग के और सात डॉक्टर 35 वर्ष से कम आयु के थे।
भारत ही नहीं पूरे विश्व में डॉक्टर कोविड के सबसे अधिक शिकार हो रहे हैं। जिस कठिन हालात में डॉक्टरों ने काम किया है उसे लेकर विश्व के अलग-अलग देशों मेे उनके नाम पर सम्मान भी अलग-अलग तरीके से पेश किया गया।
हालांकि भारत में डॉक्टर इलाज के लिए सही संसाधन नहीं मिलने की भी शिकायत करते रहे हैं। पीपीई किट से लेकर रहने की जगह तक की मांग डॉक्टरों की ओर से की जा रही है। सरकार का दावा है कि डॉक्टरों को हर जरूरी सुविधा मुहैया करायी जा रही है।
उधर देश में कोविड केस का बढृना लगातार जारी है। पिछले 24 घंटे में देश में 48661 नये मरीज मिले जबकि 705 मौत हुई। इसके साथ देश में अब तक लगभग 14 लाख मरीज मिल चुके हैं जबकि 32063 मौत हो चुकी है।