79 वर्ष के अरुण भारत राम दिल्ली स्थित एक व्यापारिक घराने से ताल्लुकात रखते हैं. वह भारत के स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेड अपनी कंपनी के शेयर की बढ़ती कीमत की वज़ह से अरबपति बन गए हैं। और इस वज़ह से सुर्खिओं में हैं.
25 मार्च के बाद से उनकी कंपनी एसआरएफ लिमिटेड के शेयर की कीमत लगभग 63% बढ़ गई है. इस वज़ह से अरुण भारत राम लगभग 1.1 बिलियन डॉलर के स्वामी हो गए हैं. उनकी कंपनी के शेयर की कीमत में ये वृद्धि कोरोनवायरस के प्रसार को रोकने के प्रयास तहत राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन लगाने के बाद हुई है.
एसआरएफ लिमिटेड रेफ्रिजरेंट में इस्तेमाल होने वाले रसायनों के अलावा ऐसे रसायन भी बनाती है जिनका कीटनाशक और दवाइयों के उत्पादन में कच्चे माल के रूप में प्रयोग होता है.
उनकी कंपनी की एक शाखा औद्योगिक उपयोग के लिए टेक्सटाइल बनाती है, जिसमें टायर, कन्वेयर बेल्ट और तिरपाल में उपयोग किए जाने वाले टेक्सटाइल भी शामिल हैं. उनकी कंपनी का एक तीसरा डिवीजन भी है जो ऐसे केमिकल्स भी बनाती है जिसका इस्तेमाल चॉकलेट, चिप्स और बिस्कुट जैसे पभोक्ता सामानों की पैकेजिंग में होता है.
उनकी कंपनी के शेयर के मूल्य में भारी उछाल की एक वज़ह है कोरोना वायरस के बाद में चीन के खिलाफ बन रहा माहौल.
कोविड -19 महामारी के बाद वैसी कंपनियां जो सप्लाई के लिए अब तक चीन पर निर्भर रहे हैं ने नए विकल्पों की तलाश शुरू कर दी है. निवेशक उम्मीद कर रहे हैं कि केमिकल सहित कई क्षेत्रों में भारतीय कंपनियां वैश्विक ग्राहकों के लिए अपने बाजार में हिस्सेदारी बढ़ाएंगी। कम लागत वाले विकल्प आयेंगे.
SRF को चीन के खिलाफ इस बढ़ रहे आक्रोश का फायदा होता हुआ दिख रहा है. SRF को उम्मीद है कि वो चीन की कंपनियो के विकल्प के रूप में खुद को स्थापित कर पाने में सक्षम होगी.