कैंसर ने बालीवुड का एक और नायक असमय छीन लिया। हिंदी फिल्मों के बेहतरीन एक्टर इरफान खान भी कैंसर के सामने हार गये। इरफान खान को न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर (Neuroendocrine Tumor) था। न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर के इलाज के लिए इरफान खान (Irrfan Khan) ने लंदन में साल भर तक इलाज कराया था। इस ट्यूमर में अंत: स्रावी ग्रंथियों पर असर होता है। अंत स्रावी ग्रंथिया शरीर में हार्मोन का संचरण कराती है और इसे तंत्रिका तंत्र कंट्रोल करता है। न्यूरो एंडोक्राइन ट्यूमर उस स्थिति को कहा जाता है जब तंत्रिकाओं की हॉर्मोन्स निकालने वाली इन ग्रंथियों की कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से विकसित हो जाती हैं।
इरफान के अलावा जिन कलाकारों ने कैंसर से हार मानी वे हैं
विनोद खन्ना
अप्रैल 2018 में बालीवुड सुपरस्टॉर विनोद खन्ना भी ब्लैडर कैंसर से लड़ते हुए दो सालों के बाद माैत के शिकार हो गये। 70 साल की उम्र में उनकी मौत हो गयी थी। ब्लैडर की वॉल के टिश्यूज के इंफैक्टेड होने और वहां खून के थक्के जमने से इस कैंसर की शुरुआत होती है। ब्लैडर हमारे यूरिनरी सिस्टम का हिस्सा होता है जो किडनी से छनकर आए यूरिन को कलेक्ट करता है। यूरिन यहीं से शरीर के बाहर निकलता है।
आदेश श्रीवास्तव
लोकप्रिय संगीतकार आदेश श्रीवास्तव की मौत भी ब्लड कैंस से हो गयी थी। लगभग दा महीने के संघर्ष के बाद उनकी मौत सितम्मुंबर 2015 में मुंबई में हो गयी थी। आदेश श्रीवास्तव एक बेहतरीन संगीतकार थे और इंडस्ट्री में उनका खूब नाम था। आदेश पहले भी कैंसर का शिकार हुए थे। ऐसा लग रहा था कि उन्होंने कैंसर पर जीत हासिल कर ली थी, लेकिन अततः वो लंबी लड़ाई के बाद हार गए।
नरगिस
सुनील दत्त की पत्नी और संजय दत्त की पत्नी नरिगस दत्त, जो खुद भी बेहद लोकप्रिय अभिनेत्री थी,का निधन कैंसर से हुआ। मदर इंडिया फिल्म का किरदार निभाने वाली नरगिस की मौत के बाद सुनील दत्त ने कैंसर की जागरूकता के लिए बड़ा अभियान चलाया था।
पैंक्रियाटिक कैंसर से जूझते हुए आज ही के दिन, 3 मई 1981 को उनकी मौत हो गई थी। नरगिस, मशहूर एक्टर संजय दत्त की मां थीं। संजय दत्त की बायोपिक फिल्म ‘संजू’ में भी नरगिस के जीवन की कुछ घटनाएं दिखाई गई हैं, जिनमें पैंक्रियाटिक कैंसर से जूझती नरगिस का दर्द महसूस किया जा सकता है। पैंक्रियाटिक कैंसर एक खतरनाक रोग है।
पैंक्रियाटिक कैंसर, शरीर के एक महत्वपूर्ण अंग को प्रभावित करता है, जिसे पैंक्रियाज या अग्नाशय कहते हैं। पाचनतंत्र में इस अंग की एक महत्वपूर्ण भूमिका है। दरअसल आपके खाए हुए भोजन को पचाने के लिए जिस रस और एंजाइम की जरूरत पड़ती है, वो पैंक्रियाज ही बनाता है। इसके अलावा इंसुलिन और दूसरे कई महत्वपूर्ण हार्मोन्स को बनाने का काम भी पैंक्रियाज करता है। अगर व्यक्ति का पैंक्रियाज काम करना बंद कर दे, तो उसका पूरा शरीर प्रभावित होता है।
राजेश खन्ना
बालीवुड के पहले सुपर स्टॉर का खिताब पाने वाले राजेश खन्ना की भी मौत कैंसर से हुई थी और 19 जुलाई 2012 को उनका निधन हो गया। वे भी दो सालों तक कैंसर से ग्रसित रहे थे।
बहुत कम लोगों को पता था कि राजेश खन्ना कैंसर से जूझ रहे थे। ऐसे में उन्हें 20 दिन पहले ही अपने अंतिम समय का आभास हो गया था। खास बात यह रही कि इस दौरान उन्हें अपने दामाद अक्षय और एक्स गर्लफ्रेंड अंजू महेंद्रू का पूरा साथ मिला।
जिस आनंद के किरदार ने राजेश खन्ना को अमर बना दिया, फिल्म में उसकी मौत कैंसर से हो जाती है। और इसे अजब संयोग ही कहिए कि काका की मौत भी कैंसर से ही हुई।
फिरोज खान
मशहूर फिल्म निर्माता और एक्टर फिरोज खान की भी मौत 69 साल की उम्र में कैंसर से हो गयी थी। बतौर निर्माता-निर्देशक उनकी पहली फिल्म ‘धर्मात्मा’ थी और उनकी आखिरी फिल्म ‘वेलकम’ थी। अपनी जिंदादिली के लिए चर्चा में रहने वाले फिरोज खान को देखकर कोई नहीं कह सकता था कि वह एक गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं। 26 अप्रैल 2009 को उनकी कैंसर के कारण मौत हुई थी।