एपिसोड 6: एक डॉक्टर की डायरी, कोविड काल में

 

डॉक्टर प्रवीण झा

एक दिन खबर मिली कि मेरी सहकर्मी कोरोना संक्रमित हो गयी। इसकी शंका उन्होंने दो हफ्ते पहले ज़ाहिर की थी, और
छुट्टी ले ली थी। उन्होंने फ़ोन कर हमें बता दिया कि उनके परिवार की जाँच हुई है, पति-पत्नी और बच्चा संक्रमित है। अब चूँकि हम साथ ही काम करते थे, तो मुझे भी आशंका थी। बाकियों को भी थी। जिला चिकित्सक (जैसे भारत में सी.एम.ओ.) का फ़ोन आया कि किसी को लक्षण तो नहीं? मैंने कहा— “नहीं। मुझे हल्की-फुल्की खाँसी तो पूरे शीत-काल ही रही है।

वही आज भी है। आखिरी संपर्क के भी दस दिन से अधिक हो गए। मुझे छोड़ कर किसी और को कोई परेशानी नहीं।”
उन्होंने कहा कि अगर तीन दिन तक बुखार रहे, या साँस की तकलीफ़ हो, तो जाँच करा लेना। सनद रहे कि हम स्वास्थ्य-
संस्थान में काम करते हैं। कोरोना पॉजिटिव तो आते ही रहेंगे।

इसके लिए संस्थान बंद नहीं किए जा सकते। नॉर्वे में लगभग पाँच सौ स्वास्थ्य-कर्मी संक्रमित हुए, जिनमें एक की भी मृत्यु नहीं हुई। सभी ठीक हो गए। अन्य देशों में मृत्यु हुई है। लेकिन, कहीं भी स्वास्थ्य कार्य इस वजह से नहीं रुका। जो सुरक्षा-व्यवस्था थी, वही जारी रखी गयी।

दो दिन बाद जब मैं घर लौटा तो बुखार आया। रात तक तेज होता गया। शुक्रवार की रात थी, तो आगे वीकेंड था। परिवार के अन्य सदस्यों से दूरी बना कर रहने लगा, क्योंकि कोरोना की आशंका तो थी ही। अस्पताल में फ़ोन भी घुमा दिया। वहाँ यही कहा गया कि तीसरे दिन जाँच कर लेंगे। अभी घर के अंदर ‘क्वारांटाइन’ में ही रहो। जाँच से पहले ही बुखार उतर चुका था।

यह कोई मामूली वायरल बुखार रहा होगा। फिर भी, जाँच कर ली गयी, जो निगेटिव आया। विभाग में किसी और को लक्षण भी नहीं आए, तो जाँच भी नहीं हुई। जिनको पॉजिटिव आया था, वह भी दो हफ्ते बाद काम पर आ गयी। और हम सभी साथ ही काम कर रहे हैं। इस मध्य कई मरीज आए-गए।

लेकिन, किसी को संक्रमण नहीं हुआ। जबकि रिपोर्टों के अनुसार कोरोना अति-संक्रामक रोगों में है, तो क्या ये सभी सुपरमैन और सुपरवूमन थे? नहीं। यह बस एक चांस था। यही वायरस एक छत के नीचे सभी लोगों को संक्रमित कर सकता है, और यही वायरस किसी को नहीं कर सकता। जैसे एक भारतीय सेलिब्रिटी गायिका किसी पार्टी में गयी थी, लेकिन वहाँ मौजूद अधिकांश लोग संक्रमित नहीं हुए; वहीं बिहार के एक गाँव में एक साथ एक बड़ा परिवार संक्रमित हो गया। इसके पीछे एक और गणित है। शायद आगे चर्चा करूँ।

(क्रमश:)

(अगर डॉक्टर से कुछ जानने की जिज्ञासा हो या कोई सवाल तो मेल करें-healthwirenewsbank@gmail.com पर)

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