विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO)ने मंगलवार को भारत द्वारा कोरोना वायरस महामारी का मुकाबला करने के लिए किए जा रहे प्रयासों की सराहना की। इस महामारी से दुनिया भर में अब तक 7,177 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं।
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के साथ बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए भारत में डब्ल्यूएचओ के प्रतिनिधि हेंक बेकेडम ने सरकार द्वारा उठाए गए क़दमों को प्रभावकारी कदम बताया। उन्होंने Sars-Cov-2 के उपभेदों को अलग करने के लिए भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (IMCR) द्वारा किए जा रहे कार्यों की भी सराहना की।
“मुझे लगता है कि भारत सरकार की शीर्ष स्तर से प्रतिबद्धता जो प्रधान मंत्री कार्यालय से शुरू होती है, बहुत प्रभावशाली रहा है। यह एक कारण है कि भारत इस महामारी को रोक पाने की दिशा में अच्छा कर रहा है। मैं बहुत प्रभावित हूं कि सरकार सभी लोगों को इससे लड़ने के लिए प्रेरित करने में सफल रही है, उन्होंने कहा।
हाल के समय की सबसे बड़ी स्वास्थ्य विपदा से जूझ रहे देश में हालात पर नजर रखने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी न सिर्फ लगातार नजर रख रहे हैं। पीएमओ की टीम 24 घंटे लगातार हालात पर नजर रख कर पीएम मोदी को दिन में कम से कम तीन बार हालात के बारे में जानकारी दे रहे हैं। हालांकि पीएमओ ने तब से ही लगातार मॉनिटरिंग शुरू कर दी थी तब भारत में एक भी मामला सामने नहीं आया था, लेकिन अब देश के अंदर सौ से अधिक मामला सामने आने और तीन मौत होने के बाद सघन मॉनिटिंग शुरू हो गयी है।
अधिकारियों के अनुसार पीएमओ की टीम तमाम मंत्रालयों से संपर्क कर समीक्षा कर रहा है। सूत्रों के अनुसार अगले एक-दो दिनों में सरकार इसके लिए लगातार बुलेटिन जारी करने के विकल्प पर विचार कर रही है। सरकार के सामने सबसे बड़ी चुनौती एहतियाती कदम उठाने और लोगों के बीच गैर जरूरी भय भी न फैले, इसके लिए संतुलन बनाने की भी है। सभी मंत्रालयों से पीएम मोदी की ओर से साफ कहा गया है कि अफवाह पर भी लगातार नजर रखा जाय। सूत्रों के अनुसार पीएम मोदी शुक्रवार को इस मुद्दे पर कांउसिल ऑफ मिनिस्टर की मीटिंग भी ले सकते हैं। पीएम मोदी ने इसके अलावा अपने सभी बीजेपी सांसदों से भी कहा है कि वे अपने-अपने संसदीय क्षेत्र में वहां के अधिकारियों से लगातार संपर्क में रहने को कहा है।
इस तरह अलग-अलग मंत्रालय के जिम्मेदारी है हालात पर नजर रखने की:
स्वास्थ्य मंत्रालय– कोरोना वायरस से जुड़ी हर स्वास्थ्य संबंधी समन्वय। जांच प्रक्रिया से लेकर इलाज तक की निगरानी।
विदेश मंत्रालय-दूतावासों से संपर्क में रहने के अलावा दूसरे देशों से समन्वय। खासकर ट्रैवल एडवाइजरी को पालन करने की जिम्मेदारी।
गृह मंत्रालय- स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी निर्देश और बाकी चीजों में राज्यों से समन्वय की जिम्मेदारी। संसाधानों का सपोर्ट उवलब्ध कराना।
वित्त मंत्रालय– कोरोना वायरस के कारण आर्थिक स्थिति पर हर दिन नजर रखना और जहां भी जरूरी हो मदद के लिए हस्तक्षेप करना।
सूचना प्रसारण मंत्रालय-सरकार की ओर से जारी सभी निर्देशों के बारे में अधिकतम जगहों पर जानकारी और जागरूकता का प्रसार करना
केमिकल फर्टिलाइजर मंत्रालय– देश में दवाओं की उपलब्धता पर लगातार नजर रखना और इसके लिए तमाम राज्यों से समन्वय कर इसकी 24 घंटे निगरानी
कैबिनेट सचिवालय-कैबिनेट सेक्रेटरी के नेतृत्व में सभी राज्यों के अधिकारियों से संपर्क। प्रशासनिक जरूरतों और आदेशों में समन्वय।
इसके अलावा बाकी सभी मंत्रालयों को अपनी ओर से एहतियाती कदम उठाने के लिए समीक्षा कर लगातर नजर रखने को कहा गया है।