काेरोना वायरस के साइड एफेक्टस

जान बचाने में लगे थे, मिल गया एक करोड़

एक शख्स कोरोना वायरस से बचने के लिए एक शहर से दूसरा शहर भटक रहा था। तनाव भरी जिंदगी थी। लेकिन किस्मत को कुछ और मंजूर था। उनकी लॉटरी लग गयी। सही वाली लॉटरी। केरल में जैसे ही कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ा, पश्चित बंगाल के बेहरामपुर में रहने वाला एजारूल शेख भी अपने घर लौट आए। केरल में उन्होंने 100 रुपये में पांच लॉटरी खरीदी थी। अब उसे दो दिन पहले सूचना मिली कि उसके नंबर वाली लॉटरी ने 1 करोड़ रुपये जीता है।

प्रदूषण कम हुआ

विश्व के कई शहरों में कोरोना वायरस के कारण जिस तरह लोग घरों में हैं और जिंदगी ठहरी सी है, प्रदूषण में अप्रत्यशित रूप से कमी आयी है। वेनिस में जिस पानी को देखकर पूरे विश्व में चिंता जतायी जा रही थी अब वह पिछले सौ साल में सबसे अधिक साफ है।आमतौर पर मटमैला दिखने वाला यहां का पानी इतना साफ़ हो चुका है कि अब यहां मछलियां भी देखी जा सकती हैं। उसी तरह वुहान में जब लॉक डाउन के बाद शहर को खाेला गया तो वहां से आसमान की जो तस्वीर आयी वह पिछले कई दशक में सबसे नीला आसमान था। वुहान ही इस बीमारी का जनक स्थल रहा है। पूरे चीन में पहली बार वायु प्रदूषण के कम होने की खबर आ रही है।

ऑनलाइन काम करने का क्रेज बढ़ेगा

एक रिसर्च के अनुसार कोरोना वायरस के कारण वर्क फ्राम होम और ऑनलाइन करने की क्षमत बीस फीसदी तक बढ़ेगी। इस रिसर्च में पाया गया कि अभी तक चूंकि कभी जरूरत महसूस नहीं गयी थी इसलिए दिशा में प्रयोग नहीं किये गये थे। ऐसा माना जा रहा है कि बीमारी का प्रकोप सामान्य होने के बाद अब आने वाले दिनों में कामकाज की शैली में बहुत बड़ा बदलाव देखा जा सकता है।

घर में बिताया समय

यूरोप और अमेरिका में पिछले एक महीने में लोगों ने अपने परिवार के साथ जितना समय बिताया है, पिछले दस सालों में कभी इतना नहीं बिताया था। दस हजार से अधिक परिवार में किये गये सर्वे के बाद यूरोप में पाया गया कि परिवार के बीच बॉंडिंग बढ़ी है। हालांकि यह भी रिपोर्ट आयी है कि बहुत अधिक एक साथ समय देने के कारण तलाक के लिए आगे आने के मामले भी बढ़े हैं।

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