पिछल दिनों उत्तर प्रदेश के 55 जिलों में संक्रमण का एक भी नया केस नहीं पाया गया है। जबकि 20 जिलों में इकाई अंक में मरीज पाए गए। अभी पूरे प्रदेश में एक्टिव कोविड केस की संख्या 1,188 है। यह स्थिति बताती है कि प्रदेश में हर नए दिन के साथ कोविड महामारी पर नियंत्रण की स्थिति और बेहतर होती जा रही है। लेकिन इनके बीच एहतियात में किसी तरह की कमी नहीं करनी है।
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस तरह के दिशा-निर्देश जारी किया है। उन्होंने टीकाकरण में भी तेज लाने को कहा है। साथ ही बकरीद भी पूरी तरह सोशल डिस्टेसिंग और कोविड प्रोटोकाल के बीच मनाने का निर्देश जारी हुआ है।
सोमवार को जारी निर्देश के अनुसार-
- उत्तर प्रदेश में हर दिन ढाई लाख से तीन लाख टेस्ट हो रहें हैं, जबकि पॉजिटिविटी दर 0.02 फीसदी तक आ गई है। अब तक 06 करोड़ 25 लाख 90 हजार 185 कोविड सैम्पल की जांच की जा चुकी है। अलीगढ़, चित्रकूट, हाथरस, कसगंज, महोबा, शामली और श्रावस्ती में अब कोविड का एक भी मरीज नहीं है। यह जिले आज कोविड संक्रमण से मुक्त हैं। इस स्थिति को और बेहतर करने के लिए ट्रेस, टेस्ट और ट्रीट की नीति के अनुरूप सभी जरूरी प्रबंध किए जाएं।
- ट्रेसिंग, टेस्टिंग और त्वरित ट्रीटमेंट के मंत्र से अच्छे परिणाम मिल रहे हैं। विगत 24 घंटे में 02 लाख 18 हजार 725 कोविड सैम्पल की जांच की गई और 40 नए मरीजों की पुष्टि हुई, जबकि 99 मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए। इस अवधि में पॉजिटिविटी दर 0.02% रही। प्रदेश में कोरोना की रिकवरी दर 98.6% है। अब तक 16 लाख 83 हजार 968 से अधिक प्रदेशवासी कोरोना संक्रमण से मुक्त होकर स्वस्थ हो चुके हैं।
- कोविड की तीसरी लहर की आशंका देखते हुए सभी जरूरी प्रयास यथाशीघ्र पूरी की जाए। बच्चों की स्वास्थ्य सुरक्षा की दृष्टि से पीकू/नीकू की स्थापना की कार्यवाही तेज हो। अब तक केवल मेडिकल कॉलेजों में पीडियाट्रिक आईसीयू/आइसोलेशन बेड की संख्या 6400 से अधिक हो गई है। इसी प्रकार स्वास्थ्य विभाग के अस्पतालों में करीब 2700 पीडियाट्रिक आईसीयू/आइसोलेशन तैयार हो गए हैं। सभी ज़िलों में इस कार्य को शीर्ष प्राथमिकता दी जानी चाहिए। इसकी दैनिक समीक्षा की जानी चाहिए।
- प्रदेश में कोविड टीकाकरण का कार्य सुचारु रूप से चल रहा है। अब तक उत्तर प्रदेश में 04 करोड़ 03 लाख 69 हजार से अधिक कोविड वैक्सीन लगाए जा चुके हैं। 3 करोड़ 38 लाख 42 हजार लोगों ने कम से कम कोविड की एक खुराक ले ली है। यह किसी एक राज्य द्वारा किया गया सर्वाधिक वैक्सीनेशन है। कोविड वैक्सीनेशन को और तेज करने की आवश्यकता है। टीकाकरण के लिए ऑनलाइन पंजीकरण की प्रक्रिया को प्रोत्साहित किया जाए।
- केंद्र सरकार द्वारा आवश्यक खाद्य वस्तुओं के संग्रहण की अधिकतम सीमा तय कर दी गई है। फिर भी कतिपय क्षेत्रों से जमाखोरी की सूचना प्राप्त हो रही है। खाद्य तेलों के मूल्य में वृद्धि को नियंत्रित करने के लिए जरूरी प्रयास किए जाएं। प्रदेश के सभी जनपदों में जमाखोरी के खिलाफ छापामार अभियान चलाया जाए। जमाखोरों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए।
- लोगों को गुणवत्तापरक स्वास्थ्य सुविधाओं की सहज और सुलभ उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए राज्य सरकार संकल्पित है। प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में मानकविहीन ट्रॉमा सेंटर संचालन की जानकारी सामने आई है। यह स्थिति स्वीकार्य नहीं है। किसी को भी लोगों के स्वास्थ्य एवं चिकित्सा कार्य से खिलवाड़ की छूट नहीं दी जा सकती। इस संबंध में गहन पड़ताल की जानी चाहिए। अधोमानक ऐसे ट्रॉमा सेंटरों/अस्पतालों को चिन्हित कर कार्रवाई की जाए।
- बकरीद पर्व के दृष्टिगत सभी आवश्यक प्रबंध किए जाएं।कोविड को देखते हुए पर्व से जुड़े किसी आयोजन में 50 से अधिक लोग एक स्थान पर एक समय में एकत्रित न हों। यह सुनिश्चित किया जाए कि कहीं भी गोवंश/ऊंट अथवा अन्य प्रतिबंधित जानवर की कुर्बानी न हो। कुर्बानी का कार्य सार्वजनिक स्थान पर न किया जाए। इसके लिए चिन्हित स्थलों/निजी परिसरों का ही उपयोग हो। स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाए। इन विषयों पर विस्तृत दिशा-निर्देश जारी कर दिया जाए।